इस कदर परेशान हूँ, कि अब तुम्हें मैं क्या कहूं , इन रिश्तों से हैरान हूँ कि अब तुम्हें मैं क्या कहूं , उम्मीद थी कि तुम भी समझ लोगे ये हाल ऐ दिल, मैं भी तो कैसा नादान हूँ कि अब तुम्हें मैं क्या कहूं !
Don't accept anything from anybody except who is going to accept that he is exceptionally Accpeatable,except in the situation not exceptionally acceptable/