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May 10
प्रशासन ने
आम जनता को
ब्लैक आउट के संबंध में
इस हद तक कर दिया है जागरूक

लोग निर्धारित समय तक
घर लौट आते हैं ,
समय रहते लाइट्स ऑफ कर देते हैं।
समय पर सोने और सुबह
जल्दी उठने की आदत को अपना रहे हैं।
अच्छा है
लोगों की सेहत सुधरेगी
रात जंगी सायरन बजा था
मैं थका हुआ गहरी नींद में सोया रहा
सुबह जगा तो देखा कि
खिड़कियों और रोशनदान पर
काले पर्दे टंगे थे
मुझे अच्छा लगा

सोचा कि समय रहते
ब्लैक आउट प्रिकॉशन ले लिया जाए !
जीवन की सार्थकता को समझा जाए !!
जीवन दीप को प्रकाशमान रखा जाए !!!
जीवन यात्रा को जारी रखने में ही है अक्लमंदी।
ब्लैक आउट प्रिकॉशन को तोड़ने का अर्थ होगा...
जीवन की संभावना को नष्ट करना।
सुख समृद्धि और संपन्नता के द्वार को असमय बंद करना।
१०/०५/२०२५.
Written by
Joginder Singh
42
   Nitin Pandey
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