प्रेम उधारी को पसन्द नहीं करता। कितना अच्छा हो यदि प्रेम कभी-कभी उधारी पर मिल जाए, किसी का काम चल जाए। आदमी क्या औरत और अन्य की जरूरत पूरी हो जाए। वासना उपासना में बदल पाए।
आजकल दुनिया के बाजार में प्रेम में उधारी बंद है , इसलिए इसे पाने के लिए लोग व्यग्र हैं, हो रहे तंग हैं। याद रखें प्रेम की उधारी से कभी सुख नहीं मिलता। इससे केवल नैराश्य और आत्महत्या का रास्ता साफ दिखा करता , परन्तु इससे बंधा बंदा बंदी बनकर सदैव भटका है करता। आप भी इससे बचें, ताकि जीवन धारा को वर सकें। १६/०४/२०२५.