मच गया हड़कंप जब सत्तासीन हुआ ट्रम्प , डोंकी मोंकी रूट हुए डम्प। यह सब अब तक ज़ारी है। साधन सम्पन्न देश में अब राष्ट्र प्रथम की अवधारणा को क्रियान्वित करने की बारी है। यह लहर चहुं ओर फैल रही है , दुनिया सार्थक परिवर्तन के निमित्त अब धीरे धीरे अपनी सुप्त शक्ति को करने लग पड़ी है मौन रहकर संचित, ताकि सकारात्मक ऊर्जा कर सके देश दुनिया और समाज को ढंग से संचालित , जिससे कि निर्दोष न हों सकें अब और अधिक कभी भी अन्याय के शिकार, वे न हों सकें कभी किसी जन विरोधी व्यवस्था के हाथों असमय प्रताड़ित। वे श्रम,धन,बल,संगठन से प्राप्त कर सकें अपने सहज और स्वाभाविक मानवीय जिजीविषा से ओत प्रोत मानवाधिकार। ०१/०४/२०२५.