Hello; Poetry;
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2025 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Joginder Singh
Poems
Nov 2024
सुकून की तलाश
अक्सर गलती करने पर
नींद ढंग से आती नहीं,
तुम ही बताओ,
सोने की खातिर
किस विध दूँ ,
निज को थपकी ।
बेचैनी को भूलभाल कर
सो सकूँ निश्चिंत होकर
और रख सकूँ क़ायम
जिजीविषा को।
दूँढ सकूँ
अपना खोया हुआ
सुकून।
०४/०८/२००९.
Written by
Joginder Singh
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
39
Vishal Pant
Please
log in
to view and add comments on poems