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Akta Agarwal
Poems
Oct 25
दर्द
आँखों में तूफ़ान गेहरा है
बेजान सा इनका चेहरा है
साँस भी ले दोनो तो सीने में दर्द
एक सा उठता है
दो अलग इंसानो का
आपस में दर्द का गेहरा रिश्ता है ।
दर्द का रिश्ता अनोखा सा होता है
सबसे अलग सबसे गेहरा सा होता है
Written by
Akta Agarwal
25/F/Kolkata
(25/F/Kolkata)
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