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May 2023
जैसेही पैसोकी कीमत बढ़ गई, जुबाकी कम हो गई।

पैसोकि की खनक से, जुबां की आवाज़ नम हो गईं।

अब शोर शराबा भी पैसा करता है,

और, लोगोको चुप भी पैसा ही करवाता है।

Armin Dutia Motashaw
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