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Nov 2022
पता है तू अब न आएगा कभी, न जाने क्यों, फिर भी रहता है तेरा इंतेज़ार

एक खलिश सी रहती है दिलके एक कोनेमें, दिल बार बार हो जाता है बेकरार

अनार
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