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Jun 2022
जिंदगी ओ जिंदगी

कभी फुलोंकी सेज बन जाती है जिंदगी;

कभी कांटो का बिस्तर हो जाती है यही जिंदगी ।

कभी खुशी है; तो कभी दुख है जिंदगी ।

हसाती है यह कभी तो कभी रुलाती है जिंदगी ।

कुछ भी हो, बहुत ही अजीब है यह जिंदगी

अंत तक समझ नहीं सकते है हम, आखिर क्या चीज़ है यह जिंदगी

Armin Dutia Motashaw
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