Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Jun 2020
आज कुछ शुक्रियादा ही कर लेते है,
जो मिला है उसके लिये!
शिकायत तो फिर कभी कर लेंगे,
जो चाहा था वो ना मिला उसके लिये!
आज थोडा ठहर जाते है,
और वक़्त को गुज़र जाने देते है!
जो चाहा था वो वक़्त ना मिला,
उसके लिये शिकायत तो फिर कभी कर लेंगे!
जो कुछ थोडा मिला है उसके लिये,
आज कुछ शुक्रियादा ही कर लेते है!
Written by
Purva Barva  22
(22)   
114
 
Please log in to view and add comments on poems