HelloPoetry
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2025 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Armin Dutia Motashaw
Poems
Dec 2019
अमर
अमर
वक्त गुजरता गया, पर दर्द और बढ़ता गया ;
प्यार का दर्द मिटाने में, समय नाकामयाब रहा
सब कहते है, समय बड़ा बलवान, ताकतवर है ;
समय हर घाव भर देता है, पर प्यार शायद समय के परे है ।
यह एहसास मिटाने से कभी भी नहीं मिटता
शायद इसी लिए कहा गया है, के प्यार अमर है
Armin Dutia Motashaw
Written by
Armin Dutia Motashaw
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
57
Please
log in
to view and add comments on poems