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Dec 2019
प्रेम की पुकार

क्या सुनता है तू,  मेरे दिल की पुकार ?

बजा के सितार, छेड़े मैंने अनेक बार, दिल के तार,

पुकारा मैंने तुझे कई बार, सालों से, लगातार

पर सुनी नहीं तुने मेरे प्रेम की पुकार

बजी जब सरगम, लगा तुने छेड़े दिलके तार

कभी तो तु केह दे,    " मुझे, तुझसे है प्यार "

कभी तो तु कर ले यह इकरार, की तुझे मुझसे है प्यार ।

Armin Dutia Motashaw
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