हमने ये आज जान लिया दुनिया मै कोई न देगा हमारा साथ, हमने तो सोचा था,है हमारे को खास जिन्हे करना चाहते थे अपने साथ चाहते थे हर सुबह जिनका दीदार करना चाहते थे जिनसे ऐतवार जिनको देना चाहते थे दिल अपना जिनसे की थी वाफा हमने सहेलियां जानती थी जिन्हे हम चाहते थे जिन्हे सोचते थे है वो हमारे साथी और क्या ही प्रशंसा करे उनकी जिनके नाम से सारे मंत्र सुरु होते है ऐसी बेवफाई के उन्होंने गए थे किसी गलती के माफ़ी मांगने उन्होंने कुछ और ही समझ लिया थमा दिया किसी और के हाथो मै समझ कर हमारी माफ़ी को कुछ और फशा दिया एक धर्मसंकट मै फिर भी हमारा दिल है क्या माना नहीं बिना आपके बिना आपकी आवाज़ सुने आप पे फिद्दा ऐसे हुए की गाली भी अगर आपको दे तो दर्द हमारे दिल को होता है।