हम देना चाहते है उन्हें,सब कुछ उनके मांगने से पहले चाहते है की दुनिया की हर खुशी लाकर रख दे उनके चरणों में क्या करे हम इतने अनजान थे दुनिया क्या है इसमें जीना कितना मुश्किल है ये तो हमने आज जाना मेहनत किस परिंदे का नाम है ये आज पहचाना सोचते है कैसे करे मेहनत कैसे रखें दुनिया के खुशियां उनके चरणों मै हमे खुश देखकर जो हो जाते है खुश कैसे हम उन्हें खुश करे जो हम चाहते है वो हमेशा होता नहीं है हम क्या करे ऐसे निकम्मे बने परे है हमारी जीत देखकर जो होते है खुश हमारी इज्जत कोई करे तो उन्हें होता है गर्व हम चाहे जो करे उनका कर्ज कभी न चुका पाएंगे ऐसा कर्ज जो एक फूल के सुगंध का होता है ऐसी ध्वनी का कर्ज जो एक बासुरी का होता है हम दबे है कर्जो तले कोई तो हमे उठा लो बक्ष दी हमे या दे दो थोड़ी हिम्मत जो चाहे वो पा ले हम, उनकी खुशी दिलादे हम इसलिए मौला से दुआ करते है इतनी से रहमत कर दे दिल कि ये इतनी सी हसरत पूरी कर दे।