कैसे करे आपको ये बाया कितनी चाहत है दिल मै सबसे दूर भागते है फिर न जाने क्यों आपके अजीज बनना चाहते है जवाने को ये भी दिखाना चाहते है दिल हमारा कोई खिलौना या तमका नहीं जो कोई चुरा ले ,या चकनाचूर कर दे हमारा दिल इतना भी नाज़ुक नहीं फिर क्यों ये तुम्हारे सामने झुकता है हर बार तुम्हारी सिर्फ एक आवाज़ से अपना सारा धेर्य खो देता है हर बार अपने आप से एक वादा करती हुं अब नहीं जाऊंगी उस दिलतोर,अहसानफरामोश इंसान की गली पर क्या करे ये दिल इतना कमबख्त है खुद से वायदा कर खुद है तोड़ता है उस इंसान के बातो के मोषिकी मे डूब कर बहता चला जाता है....