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Armin Dutia Motashaw
Poems
Oct 2019
आ भी जा
आ भी जा
एक बार, बस एक बार, तुझे देख लूं;
मरने से पहले, जरा मै भी तो, थोड़ा जी लू।
दिल तो तुने ले ही लिया, मेरा कोई बस न चला;
पर उसको खो कर, मै जीवन भर बिरहमें जला
पूछा हर किसीसे पता मैंने, तेरे घरका,
चांद को भी पूछना चाहा, पता तेरे घारका;
तेरा घर देखते ही, धड़क ने लगता है दिल मेरा
क्युकी मंदिर वो है मेरा, घर जो है तेरा;
पर सुना है मंदिर मेरा, बिन तेरे, अब आ भी जा
दर्शन दे दे, तरसा ना इतना, अब आ भी जा ।
Armin Dutia Motashaw
Written by
Armin Dutia Motashaw
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