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Oct 2019
गुलिस्तां

आओ चलो , हम कुछ कर दिखाए,

भारत को एक बड़ा चमन, एक गुलिस्तां बनाए ।

पेड़ों की शाखें फूलों, फलों और सब्जियों से लचे ।

हर टेहनी , हर डाल पे असंख्य फूल फल सजे ।

गुलिस्तां में आए हर फल, फूल, सब्जियोंसे हर पौधा लचे ।

कोई मानव, जानवर या पक्षी भूखा न रहे;

और न कोई इंसान या जानवर, कातिल गरमी सहे ।

पेड़ों की छाव से मिलेगी ठंडक और मस्त हवा के झोंके ।

गर इंसान एक बार निर्णय ले ले, तो कोई ताकत उसे न रोके ।

चलो, बारिश का पानी बचाएं और वृक्ष उगाए ।

चलो अपनी इस धरा को,  भारत माता को एक गुलिस्तां बनाए ।

Armin Dutia Motashaw
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