Hello + Poetry
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2024 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
ajay amitabh suman
Poems
Aug 2019
खा जाओ इसको तल के
शैतानियों के बल पे,दिखाओ बच्चों चल के,
ये देश जो हमारा, खा जाओ इसको तल के।
किताब की जो पाठे तुझको पढ़ाई जाती,
जीवन में सारी बातें कुछ काम हीं ना आती।
गिरोगे हर कदम तुम सीखोगे सच जो कहना,
मक्कारी सोना चांदी और झूठ हीं है गहना।
जो भी रहा है सीधा जीता है गल ही गल के,
चापलूस हीं चले हैं फैशन हैं आजकल के ।
इस राह जो चलोगे छा जाओगे तू फल के,
ये देश जो हमारा, खा जाओ इसको तल के।
Written by
ajay amitabh suman
40/M/Delhi, India
(40/M/Delhi, India)
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
243
Shiv Pratap Pal
Please
log in
to view and add comments on poems