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Armin Dutia Motashaw
Poems
Jul 2019
गणेशजी बनाए
चलो इस बार हम कुछ अनोखा कर के दिखाए
चॉकलेट, बिस्कुट, केक, वी, के गणेशजी बनाए ।
धरती अपनी, नदी, झील, सागर अपने; फिर उन्हें क्यों करे मलिन;
भक्ति के साथ तो जुड़ी है भलाई; तो हम मीन को क्यू मारे उस दिन ?
छोटासा प्यारासा चॉकलेट का गनू महराज बनाके, उन्हें करे विसर्जित दूध में
आशीर्वाद प्रभु का पाए, मिल्क शेक की प्रसादी शुद्ध में ।
मिट्टी के गनु महराज, पानी से भिगोकर, लगाएं एक पौधा
तो अपने आप ही भगवान बढ़ा देंगे आप सब का औद्धा ।
शुभ गणेश चतुर्थी
Armin Dutia Motashaw
Written by
Armin Dutia Motashaw
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