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Armin Dutia Motashaw
Poems
Jul 2019
निभाया है मैंने
निभाया है मैंने
निभाया है मैंने तहे दिलसे रिश्ता हर एक ।
सनमान दिया है हर रिश्तेको; सोच रही है नेक
भले दूसरों ने इतनी निष्ठा दिखाई हो या नहीं;
भले काईओ को व्यापार लगता हो सही;
पर निभाया है मैंने तो तहे दिल से रिश्ता हर एक ।
रिश्तों में व्यापार और गुस्सा करता है दिलको बेकरार;
रिश्तों में अहम और ईर्षा डालती है फुट और दरार
सच्चे दिल से किया हुआ रिश्ता ही रहता है बरकरार ।
Armin Dutia Motashaw
Written by
Armin Dutia Motashaw
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