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Mar 2019
भुल जा

ऐ दिल, तु कहना मेरा मान;

भुल जा सब दुख भरे दास्तान ।

बन जा इन सारे दुखो से अंजान ;

भुला कर दुखोको, बन जा एक मस्त इंसान

खुश रहना सीख तु, यही है जीवन की रीत

दुख से किसिका वास्ता नहीं, सब को है खुशी से प्रीत

यह जहांमें, मिलेगा न तुझे, दुख बांटने वाला मीत

यहां होती नहीं है कोमल दिलों की जीत ।

Armin Dutia Motashaw
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