वाणी आपकी
वाणी आपकी, दिल जोड़ सकती है, या दिल तोड़ सकती है ।
रूजु, कोमल, होता है दिल; एक टूटे दिल को जोड़ना, भक्ति होती है।
सोच के प्रयोग करें शब्दों का, इनमें बड़ी गहरी, शक्ति है ।
यह हरएक को है पता, दिल किसिका तोड़ना, बहुत ही, है आसान;
पलभर में, दुखी कर सकते है हम, एक नाजुक सी, सूखी जान ।
याद रहे, कभी न नष्ट करना, किसी का मान सनमान और स्वमान ।
कभी न तीखे, जहरीले बोलो से, तोड़ना कीसिका दिल।
एक टूटे हुए दिल को जोड़ना होता है बहुत ही मुश्किल ।
मरहम लगाना इतना नहीं है आसान, धीरे से भरता है घाव, तिल तिल ।
बोलने से पहले, गर इंसान सोचे, तो कितना सूखी होता, यह संसार ।
जो हमे सुनने में हो पसंद, वहीं सुनाइए सबको; करे न शब्दों से प्रहार ।
शब्द को कभी बनाना नहीं कांटो का हार, दीजिए सभी को, फूलों का उपहार ।
Armin Dutia Motashaw