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Feb 2019
गहरा है घाव, दिलो दिमाग और आत्मा पे।

हर औरत कि इज्जत है खतरे में ।

औरत ही देती है मर्द को जनम

यह क्यों भुल जाता है वो ? करो यह बार बार स्मरण।

औरत होती है एक जीती जागती व्यक्ति

होती है यह अर्धांगिनी और मा शक्ति।

वो है नहीं कोई खिलौना , करो न उसका अनादर

मा, बेहन, पत्नी, बेटी, भाभी को दो मान और आदर ।

सच्चा मर्द इज्जत देता है, इज्जत लूटता नहीं।

यह बात बेटो को सिखाइए, यही है सही

बनो औरत की ढाल, करो न उसका बुरा हाल ।

औरत है संसार की नीव, पेड़ का है जड़, न कि नाजुक सी डाल

आज से बेटियों को स्वयं सुरक्षा सिखाएं, और आत्मनिर्भर बनाइए ।

और बेटो को, खुद औरत की इज्ज़त करके, यह करना सीखाइये ।

Armin Dutia Motashaw
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   Scorpio
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