Hello: Poetry
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2025 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Armin Dutia Motashaw
Poems
Jan 2019
उमंग
उमंग
जागा है आज दिल में यह कैसा उमंग ;
लगता है, आज मैने जीत ली कोई जंग ।
आज खुशी से पागल है, मेरा अंग अंग ।
नाचु मै बनके पंछी, खुले आसमान में ।
या खो जाऊ कोई मस्तीभरे गीत- गान में ।
मन चाहता है, करू कोई शायरी, तेरे मान में ।
पर करू क्या, आ न सकु तेरे पास ।
बुझा न सकु मै, अपने दिल की प्यास ।
पर जंग जितने का है अब मुझमें विश्वास ।
Armin Dutia Motashaw
Written by
Armin Dutia Motashaw
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
55
Please
log in
to view and add comments on poems