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Armin Dutia Motashaw
Poems
Dec 2018
दास्तान
बड़ी लम्बी है मेरी यह, प्यार कि दास्तान ।
सालों पहले चला था, नैनो से एक तिरछा बाण ।
नज़र मेरी पड़ी उनपे, और दिल निकल गया हाथों से ।
बस उस दिन से, दिल गवाया व्यर्थ बातों में ।
सपने देखे दिन में, रातो कि नींद भी गवाई मैंने ।
एक तरफा प्यार निभाया मैंने सालों से ।
करू क्या, देखते ही देखते, मै रह गई अकेली जीवन में ।
सुनाऊं किसे यह मेरे जीवन की दास्तान ।
बहुत दुखी हो गई है मेरी नन्ही सी जान ।
Armin Dutia Motashaw
Written by
Armin Dutia Motashaw
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