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Nov 2018
कुदरत की विशालता

सोचने लगी मै देख के यह विशाल गगन;
और देख के चन्द्र को, मै तो बस हो गई मगन ।
अंतर कितना है चन्द्र की शीतल चांदनी में, और कहां सूरज की अगन !
क्या देखी है आप ने, समुद्र में समाने कि नदी की लगन?

आदमी कितनी बिजली इस्तमाल करता है, तब ठंडा या गरम होता है एक मकान
कुदरत यह करती है यह मुफ़्त में, वोह भी एक पल भर में, लाके तूफ़ान।
पौधों को पानी पल भर में देती हैं बारिश; जो बड़ी मुश्किल से दे पाता है किसान।
कुदरत की ताकत से रहो वाकिफ बनो न यू अनजान ।

Armin Dutia Motashaw
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