दर्द तब नही होता जब कोई अपना हमें छोड़ जाता है, दर्द तो तब होता है जब ख़ुद का विश्वास टूट जाता है,
ना कोई अपना था,ना कोई अपना है इस दुनिया मे, बस ये दिल पागल है जो हर किसी को अपना समझ जाता है,
यहाँ आपके आँसुओ की क़द्र नही है साहब, जिससे होती हमें समझ मोहब्बत की अक्सर वही टूट जाता है,
अक्सर देखा है हमने यहाँ फरेबी निगाहों को बदलते, मौसम वक़्त के साथ बदलता पर लोगों के दिल बेवक़्त ही बदल जाता हैं,
रिश्तों की परिभाषा तो उसी दिन बदल जाती जब कोई अपना कह हमें अपना बना लेता, पर क्या करें जहाँ से शुरू होते है रिश्ते एक दिन वही टूट कर बिखर जाता है......