Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
Sep 2018
अभी सूरज नहीं डूबा ज़रा सी
शाम होने
दो ''

मैं खुद लौट जाऊँगा मुझे
नाकाम होने दो ''

मुझे बदनाम करने का बहाना
क्यों ढूँढते हो ''

मैं खुद बदनाम हो जाऊंगा
पहले नाम
       तो होने दो ''
Poem
Avanish maurya
Written by
Avanish maurya  17/M/Delhi
(17/M/Delhi)   
259
 
Please log in to view and add comments on poems