तुझे देख रहा था बरसात की आदत से निहारता तेरी आँखों को प्यार से मत पूछ कितना पागल हु मैं अब तो तुझ पर फ़िदा हु मैं तेरी मोहब्बत मेरी इबादत और तुझे याद करता पल पल बारिश की हर बूँद में ।।।। और मेघ बरसने लगे और दिल में तूफ़ान हर बूँद को यादों की नज़र से देखता पागल दिल ।।।