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Shrivastva MK
Poems
Jan 2018
ऐ हवा जरा सा अपना रुख बदल
ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की मयूशी मुस्कान में कर,
उनकी सारी मुरादे हो जाये पूरी,
उनके किस्मत का रुख ऐसा कर,
ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे प्यारे दोस्त खुश रहे उम्र भर,
हर कांटे भी फूल लगने लगे उन्हें,
ऐसा हिम्मत उनके अन्दर भर,
ऐ हवा ज़रा सा अपना रुख बदल,
मेरे दोस्त की खामोशी को ले जा उड़ाकर,
उनके चेहरे पर फिर से वही मुस्कान ला दे,
उनके आंसू पोछ,उनके घर मे खुशियां भर...
Miss u dear too much...
Written by
Shrivastva MK
23/M/INDIA
(23/M/INDIA)
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