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Nov 2017
आपकी हर खामोशी का जवाब मैं हु,
आपकी इस उदासी का हिसाब मैं हु,

इस दुनिया मे झूठ की तस्वीर मैं हु,
आपको प्यार में बांधने वाला जंजीर मैं हु,

आपके भींगी पलकों का वजह मैं हु,
आपकी झुकी नज़रो का वजह मैं हु,

आपके जीवन का एक खराब हीस्सा मैं हु,
एक भींगे-फटे पन्ने पर लिखा किस्सा मैं हु,

आपका हर अंधेरी रात मैं हु,
आपका हर अधूरी बात मैं हु,

आपकी खुशी जलाने वाला आग मैं हु,
एक टूटे मुरझाये फूलो वाला बाग मैं हु,

आपकेे हर जख़्म का गुनाहगार मैं हु,
आपके इस हालत का जिम्मेवार मैं हु..
Shrivastva MK
Written by
Shrivastva MK  23/M/INDIA
(23/M/INDIA)   
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