Hello + Poetry
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2024 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Shrivastva MK
Poems
Nov 2017
बहुत धोखे खाये है हमने
बहुत धोखे खाये है हमने,
बहुत दर्द छुपाये है हमने,
इन आँखों मे आंसू लेकर, नजाने
कितनी रात बिताये है हमने,
हर ख़्वाब तोड़ दिया है हमने,
गमो से नाता जोड़ लिया है हमने,
जिन गलियों में रहता था तेरा आना-जाना
उन गलियों में जाना छोड़ दिया है हमने,
तेरी उन यादों को जला दिया हमने,
अपने सपनो पर खंज़र चला दिया हमने,
लेकर टूटा दिल इस सीने में वो बेवफा
इस दुनिया के सामने मुस्कुरा दिया हमने..
Written by
Shrivastva MK
23/M/INDIA
(23/M/INDIA)
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
309
---
and
Shrivastva MK
Please
log in
to view and add comments on poems