H*llo Poetry
Classics
Words
Blog
F.A.Q.
About
Contact
Guidelines
© 2025 HePo
by
Eliot
Submit your work, meet writers and drop the ads.
Become a member
Shrivastva MK
Poems
Nov 2017
माँ तू है तो उजाला है
माँ तू है तो उजाला
तू नही तो चारो ओर अंधेरा है,
माँ तू है तो चल रही सांसे
तू है तो हमारा सवेरा है,
माँ तेरे चरण में चारो धाम
तू माँ स्वर्ग का द्वार है,
तेरा आँचल जैसे पीपल का छाव
तेरी गोद मे ही हमारा संसार है,
माँ तू इस दुनिया की जननी
तू हम सबका सम्मान है,
तू माँ सर्व देवी-देवता
माँ तू हम सबका भगवान है,
माँ तू है तो हर घर
एक सफल परिवार है,
तू है तो माँ हर घर
मे खुशियो का अम्बार है
तेरे लिए मेरी माँ
मनीष
के शब्द कम पड़ जाते है,
तुझे खुश देख माँ
सच मे खुशी से आंखे भर जाते है।
Written by
Shrivastva MK
23/M/INDIA
(23/M/INDIA)
Follow
😀
😂
😍
😊
😌
🤯
🤓
💪
🤔
😕
😨
🤤
🙁
😢
😭
🤬
0
205
Shrivastva MK
Please
log in
to view and add comments on poems