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Sandeep kumar singh
Poems
Oct 2015
मैं भोजपुर से आयी हूँ ।
भोजपुर से आयी हूँ मैं
भोजपुरिया मेरा नाम
भाषा को मधुर बनाती हूँ मैं
मधु-रस भरना मेरा काम ।
होटो से तू छूले मुझको
मत कर मेरा अपमान
भोजपुर से आयी हूँ मैं
भोजपुरिया मेरा नाम ।
हे भाषा को जन्ने वाली
सबको एक सूत्र में रखने वाली
कण-कण में ज्योत जलाने वाली
हे भाषा को जन्ने वाली ।
लुप्त हो रही मेरी दुनियाँ
लुप्त हो रही है भोजपुरीया
साथ छोड़ रही है दुनियाँ
मुझे ही तोड़ रही है भोजपूरियाँ ।
जन्म से साथ निभायी हूँ
भूखे को रह दिखलायी हूँ
सदियों से बहती आयी हूँ
सुख-दुख भी साथ मैं लायी हूँ
मैं भोजपुर से आयी हूँ
भोजपुरिया मेरा नाम ।
भाषा को मधुर बनाती हूँ मैं
मधु-रस भरना मेरा काम ।
-----संदीप कुमार सिंह ।
Written by
Sandeep kumar singh
Nagaon, Assam
(Nagaon, Assam)
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