Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
 
Shrivastva MK Oct 2018
आपसे ही जुड़े हमारे इस दिल के ज़ज़्बात बात है,
बिन आपके ना कोई खुशी है ना कोई हसीं लम्हात है,
यू तो दिल हमेशा आपकी एक झलक के लिए रहता बेचैन,
आपकी यादों के साथ दिन,आपकी ख्वाबों के साथ ही रात है,

हम साथ है तो फिर डरने की क्या बात है,
आपके साथ हमारे हर पल बेहद खाश है,
ना होना मायुश कभी बीते कल को सोचकर,
आज खूबसूरत है तभी खूबसूरत कल भी साथ है,

आपके लिए तो मुस्कान बनी है अश्क़ों की क्या औकात है,
आपसे ही है हम आपसे ही जुड़े सारे ख़यालात है,
बिन आपके हमे एक पल की भी ज़िन्दगी नही चाहिए,
आप साथ हो हमारे तो ख़ुदा हमारे साथ है।
Shrivastva MK Oct 2018
बाग में खिले हर गुलाब को आपके नाम कर दूँ
आपको इस सीने से लगा हमेशा के लिए हमनाम कर दूँ,
आपके हर तकलीफ़ को सह लू खुशी खुशी,
आपकी यादों में खुद को भुला सुबह शाम कर दूँ,

ज़िन्दगी का हरेक पल आपके नाम कर दूँ,
आपकी उल्फ़त में ख़ुद को बदनाम कर दूँ,
कुछ इस क़दर समायी हो आप इस दिल मे,
मन कहता दिल चिर इसे भी सरेआम कर दूँ,

आपकी आँखों को जन्नत-ए-ज़ाम कर दूँ,
आपकी होठों पे एक प्यारी मुस्कान कर दूँ,
छीन लूँ आपको किस्मत की लकीरों से,
इन साँसों पे हर जनम के लिए आपका ही नाम कर दूँ.......
Shrivastva MK Oct 2018
दर्द तब नही होता जब कोई अपना हमें छोड़ जाता है,
दर्द तो तब होता है जब ख़ुद का विश्वास टूट जाता है,

ना कोई अपना था,ना कोई अपना है इस दुनिया मे,
बस ये दिल पागल है जो हर किसी को अपना समझ जाता है,

यहाँ आपके आँसुओ की क़द्र नही है साहब,
जिससे होती हमें समझ मोहब्बत की अक्सर वही टूट जाता है,

अक्सर देखा है हमने यहाँ फरेबी निगाहों को बदलते,
मौसम वक़्त के साथ बदलता पर लोगों के दिल बेवक़्त ही बदल जाता हैं,

रिश्तों की परिभाषा तो उसी दिन बदल जाती जब कोई अपना कह हमें अपना बना लेता,
पर क्या करें जहाँ से शुरू होते है रिश्ते एक दिन वही टूट कर बिखर जाता है......
Shrivastva MK Sep 2018
प्यार एक एहसास है इसे लफ्ज़ों में जताने की जरूरत क्या है,
मोहब्बत तो दिल से होती हैं फ़िर जुबां से बताने की जरूरत क्या हैं,

इस फ़रेबी दुनिया का तो काम है आपको ज़ख्म देकर मुस्कुराना,
फिर उसी ज़ख्म को याद कर अश्क़ बहाने की जरूरत क्या है,

ये उल्फ़त हमें आपके ज़िस्म से नही मुक्कमल हयात से है,
फ़िर हरबार ख़ुद को अकेला जताने की जरूरत क्या है,

बिन आपके तो हमें ख़ुद से नफ़रत होती है मेरे माहिया,
फ़िर"छोड़ चले जायेंगे"ये सोचकर दिल दुखाने की जरूरत क्या है,

अरे हम तो रोज लड़ते है अपनी किस्मत से सिर्फ आपके लिए,
फ़िर आपको मुख़्तसर गर्दीशें में टूट जाने की जरूरत क्या है,

आपकी एक मुस्कान मेरे साथिया मेरी जीने की वजह हैं,
ये जानते हुए भी "हम खुश है" ये बहाने बनाने की जरूरत क्या है,

ये साँसे सिर्फ़ आपकी उम्मीदों की वजह से चल रही हैं,
फ़िर उन सारे उम्मीदों को जलाने की जरूरत क्या हैं,
जरूरत क्या हैं.........
Shrivastva MK Sep 2018
क्यों खड़े हो दूर इतना आना तुझे दिल-ए-दस्तूर बना लूँ,
छुपा के इस फ़रेबी दुनिया से आना तुझे हमगुरूर बना लूँ,

नज़दीकियां भी होगी,दूरियाँ भी होगी हमारे दरमियां,
भूल जाओ सारे ज़ख्म को आना तुझे अपनी फ़ितूर बना लूँ,

मौसम भी बदलेंगें वक़्त भी बदलेगा खैर सुन
भूल इन सभी बातों को आना तुझे ब-दस्तूर बना लूँ,

छुप जाने दे चाँद को बादलों में मेरे हमसफ़र,
आना मेरे पास तुझे ताउम्र के लिए अपना नूर बना लूँ,

चाहत की शुरुआत तो तेरे आने के बाद हुई है,
खैर छोड़ इन सभी बातों को आना तुझे मुहब्बत-ए-सुरूर बना लूँ।
Shrivastva MK Sep 2018
हम शायर नहीं बस अपने अश्क़,ज़ख्म ख़ुमार को लिखते हैं,
कल जीत गया था ख़ुद को आज मोहब्बत में हार कर लिखते है,

कहीं चंद लफ्ज़ों से सजाये जाते है खूबसूरत महफ़िल,
यहाँ हम अपनी अल्फ़ाज़ों से ज़िन्दगी के सार को लिखते हैं,

कल जो हयात थे हमारे जिनके उल्फ़त के हम दीवाने थे,
आज हम उन्हें नही इस वक़्त-ए-इख़्तियार को लिखते है,

फ़क्र होता है हमें आज भी अपनी तक़दीर अपनी हार पे,
कल उनके थे हम और आज उनके मोहब्बत-ए-इनकार को लिखते हैं...

------------------------------------------
Shrivastva MK Sep 2018
ना हमे खुशी चाहिए ना तेरा शहर चाहिए,
बहुत प्यासा हूँ मैं बस थोड़ा ज़हर चाहिए,

ना दिन की ज़रूरत है ना ख्वाईश है रात की,
जी लूँ मैं जीभर के वो वक़्त मुख़्तसर चाहिए,

वक़्त से इल्तज़ा नही की वो ताउम्र हमारी रहे,
बस देखता रहूँ उन्हें वो मुसलसल पहर चाहिए,

ना सुकूँ की आरज़ू है ना तमन्ना है सिला की,
जो डूबा दे हमे उनकी उल्फ़त में  वो पुरजोश लहर चाहिए,

खूबसूरत ज़िस्म का क्या जो मिट्टी में मिल जाए,
जिसमें देख सकें हम खुद को वो चमकता हुआ नज़र चाहिए,

अग़र बिन उनके जीना पड़े तो ऐ मेरे ख़ुदा सुन,
जो मिटा दें हमें पूरी तरह  एक वैसा तेरा क़हर चाहिए.....
Next page