हां होगी तू गुस्सा मुझसे , और किया हो ब्लॉक भी शायद मुझे
हां बस पूछना इतना सा था की तुझे मेरी गलती खुद लगी थी
या वो भी किसी ने अहसास कराई है,हां बस इतना पूछना है
कि क्या खुद अहसास होने लगा मेरी गलतियों का तुम्हे
या वो भी किसी के दवाब में करना सीख गयी , तुम्हे पता है।
दूसरो की सुनते सुनते तुमने खुद की सुनना कब छोड़ दिया
शायद ये भी याद ना हो तुम्हे मुझे याद है सब
वो तेरा मेरी बातो को पूरी ध्यान से सुनना और बैसे ही सब बातो को भूल जाना
क्यू लगने लगी मेरी बाते खराब तुझे क्यू होने लगी तू खफा हर बात पे।
आखिर गलती तो बता ही देती बड़ी बहन जो ठहरी , ज्यादा खफा है लगता बहन मुझसे
मैं भी देख के हैरान हु की सच में कर रखा ब्लॉक उसने मुझे
है मेरी बहन खफा जो मुझसे , है मेरी बहन खफा जो मुझसे
।।।।।।। मेरी कलम से ।।।।।।।