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Jun 2014
"इन फ़िज़ाओं में, हवाओं में घुली आपकी खुमारी है,
जहाँ देखो वहाँ दिखती आप ही की बेशुमारी है,
अब क्या मांगें, क्या न मांगें आप के लिए
मिले खूब धन और खुशियाँ भी यही दुआ हमारी है।"
Akshay 'Amrit'
Written by
Akshay 'Amrit'  Indore, India
(Indore, India)   
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