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May 10
देश !
तुम सतर्क रहना।
युद्ध विराम
विनम्रता से
तो कर लिया स्वीकार।
देखना कहीं हो न जाए
तुम्हारी स्वायत्तता पर प्रहार।
कहीं छिन न जाए
आम क्या खास के अधिकार।

वे शातिराना तरीके से
तुम्हें दबाव में रखकर
समझौते के लिए
कर दें बाध्य।
यदि ऐसी स्थिति आए
तो देखना देश !
युद्ध है एकमात्र उपाय !
कोई कभी भी
तुम्हारे पुत्रों और पुत्रियों को
कायर न कह पाय ।

तुम्हारी स्वायत्तता और अस्मिता के लिए
हम मर मिटने के लिए तैयार हैं ।
हम जानते हैं भली भांति
तुम्हारा जीवन दर्शन कि  
समस्त विश्व एक परिवार है ।
वे इस शाश्वत सत्य को
समझें तो सही ।
हम शांति चाहते हैं ,
युद्ध के माध्यम से।
शांति ,
समझौता करके मिले ,
यह देशवासियों को स्वीकार्य नहीं।

१०/०५/२०२५.
Written by
Joginder Singh
29
 
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