देश ! तुम सतर्क रहना। युद्ध विराम विनम्रता से तो कर लिया स्वीकार। देखना कहीं हो न जाए तुम्हारी स्वायत्तता पर प्रहार। कहीं छिन न जाए आम क्या खास के अधिकार।
वे शातिराना तरीके से तुम्हें दबाव में रखकर समझौते के लिए कर दें बाध्य। यदि ऐसी स्थिति आए तो देखना देश ! युद्ध है एकमात्र उपाय ! कोई कभी भी तुम्हारे पुत्रों और पुत्रियों को कायर न कह पाय ।
तुम्हारी स्वायत्तता और अस्मिता के लिए हम मर मिटने के लिए तैयार हैं । हम जानते हैं भली भांति तुम्हारा जीवन दर्शन कि समस्त विश्व एक परिवार है । वे इस शाश्वत सत्य को समझें तो सही । हम शांति चाहते हैं , युद्ध के माध्यम से। शांति , समझौता करके मिले , यह देशवासियों को स्वीकार्य नहीं।