अब उत्तर मिल गया है मिसाइल अटैक के रूप में पहलगाम आंतकी हमले से देश दुनिया से सवाल पूछने का दुस्साहस करने का पड़ोसी देश को। आधी रात को मिसाइल अटैक कर देश ने अपना आक्रोश प्रकट किया है , उसने स्वयं को संतुलित किया है , किसी हद तक घुटन मुक्त होकर चैन का सांस लिया है। युद्ध का सांप अब भी गले पड़ा है , यह सर्प रह रह कर फुंफकार रहा है। देश अभी भी जाग रहा है। वह सोया नहीं , अभी तो कुछ हुआ ही नहीं ! जंगी मसाइल का समाधान मिलने में समय लगेगा। तब तक आरोप प्रत्यारोप की मिसाइलों से युद्ध को जारी रखा जाएगा। युद्धाभ्यास करते हुए आत्म सम्मान को बरकरार रखा जाएगा। यदाकदा अपनी मौजूदगी का अहसास छोटे मोटे प्रहार करते हुए मतवातर करवाया जाएगा। अब भी क्या कोई देशभक्त को कायर समझने की गुस्ताखी करना चाहेगा ? ०७/०५/२०२५.