बेहयाई बेशक मन को ठेस पहुंचाए परन्तु यह समाज में व्याप्त गन्दगी और बदबू जितनी खतरनाक नहीं। पहले इस की सफ़ाई पर ध्यान देंगे, फिर बेहयाई पर किसी हद तक रोक लगाएंगे। तन ,मन,धन की शुचिता पर अपनी ऊर्जा और ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करेंगे। अपने को संयमित कर जीवन शैली को संतुलित कर मानवीय गरिमा का वरण करेंगे , जीवन यात्रा को सार्थक करेंगे ताकि सब स्व से जुड़ सकें ! आत्मानुसंधान करते हुए आगे बढ़ सकें !! ०६/०५/२०२५.