Submit your work, meet writers and drop the ads. Become a member
3d
आओ मिल बैठ कर
अपने समस्त
मनभेद और मतभेद
दूर कर लें।
जीवन में
खुशियों को
भर लें।
वरना जड़ता हमें
लड़ाई की ओर
लेकर जाती रहेगी।
हमें मतवातर
कमज़ोर बनाती रहेगी।
फिर कैसे होगा सुधार ?
आओ सर्वप्रथम
हम जड़ता पर करें प्रहार
ताकि हम जागृत हो सकें ,
एक रहकर जीना सीख सकें।
हम जागरूक बनें ,
जड़ता और निष्क्रियता से लड़ें।
सब समय रहते अवरोध दूर करें।
सब निज की जड़ता से डरें
और समय रहते उसका नाश करें।
सब अपने भीतर
सतत सुधार कर
जड़ता पर प्रहार करें !
स्वयं को चेतना युक्त करें !!
२२/०४/२०२५.
Written by
Joginder Singh
30
 
Please log in to view and add comments on poems