आजकल असुरक्षा के दौर में , आगे बढ़ने की होड़ में , जीवन में सुरक्षा से जुड़े मानकों का रखा जाना चाहिए ध्यान , ताकि सब सुरक्षित रहें ! कोई भी असमय मौत का न बने कभी शिकार ! सुरक्षित जीवन सभी का है अधिकार। पशु ,पंछी , वनस्पति और मनुष्य , सभी के मध्य समन्वय और तालमेल बने। इसकी खातिर मनुष्यों को चाहिए कि आज से सब प्रयास करें। सभी के इर्द गिर्द ,भीतर और बाहर सुरक्षा का बोध जगे , इस बाबत सब जागरूक बनें। सभी सुरक्षित जीवनचर्या को सतत् अपनाने की ओर बढ़ें , ताकि सुरक्षा की छतरी सभी पर तानी जा सके , असमय काल कवलित होने से जीवों को बचाया जा सके।
आज सुरक्षित जीवन के हितार्थ सभी को न केवल जागरूक होना होगा बल्कि साथ साथ जीवनपथ को निष्कंटक बनाना होगा , तभी यह जीवन और धरा बची रह पाएगी। वरना धरा पर विनाश लीला होती रहेगी , प्रकृति भी व्यथित होती रहेगी। १३/०४/२०२५.