कभी सुना था कि आदमी की पहली शिक्षक उसकी माँ है जो उसे जीने का सलीका सिखाती है। अभी अभी एक सुविचार अख़बार के माध्यम से पढ़ा है कि आपका सबसे अच्छा शिक्षक वह व्यक्ति है , जो आपको सबसे बड़ी चुनौती देता है। सोचता हू यह विचार कितना विरोधाभास मेरे भीतर भर गया। माँ अक्सर बच्चे की बेहतरीन शिक्षिका होती है, जो जन्म से जीवन में आगे बढ़ने तक जीवन में निरन्तर प्रेरणा बनी रहती है। वह तो कभी चुनौती देती नहीं ! हाँ, किसी द्वारा चुनौती दिए जाने पर संबल अवश्य बनती है। माँ और समय, दोनों को ही इस विचार को जीवन में कसौटी पर खरा उतरते जरूर देखता हूँ। जीवन यात्रा में सबसे खरा शिक्षक समय है, जो न केवल आदमी को चुनौती देता है, बल्कि उसे उत्तरोत्तर समझदार और प्रखर बनाता है , और एक दिन जीवन वैतरणी के पार पहुँचा देता है। समय सभी को सफलता की राह दिखा देता है। २०/०३/२०२५.