अपने जीवन में उतार चढ़ावों के बीच से गुजरते हुए फैसला लेना कतई होता नहीं आसान। जब आप ले लेते हैं बहुत सोच विचार के बाद अपनी बाबत कोई सटीक फैसला और वह मुफीद भी बैठता है , आप मन ही मन में होते हैं खुश और संतुष्ट। समय पर लिया गया फैसला आदमी के जीवन में सार्थक बदलाव ला देता है , यह किसी हद तक आप को विशिष्ट बना देता है। यह सब निर्भर करता है आपके शैक्षणिक कौशल पर। यही योग्यता देती है आदमी को फैसला लेने का हुनर ! तभी तो कहा जाता है कि शिक्षा ही है इन्सान का सच्चा जेवर ! जिसे यह मिल जाए जीवन में, उसके देखते ही बनते हैं तेवर। वह जीवन में सार्थकता का अहसास पग पग पर कर पाता है। जीवन में स्वत: आगे बढ़ पाता है। ०९/०३/२०२५.