धन्य है वह समाज जहां कन्या पूजन किया जाता है, यही है वह दिया जहां से जीवन शक्ति का होता है जागरण। हिंदू समाज पर व्यर्थ ही नारी अपमान का लगाया जाता है आक्षेप, यह वह उर्वर धरा है जहां से संजीवनी का उद्भव हुआ है, मानव ने चेतना को साक्षात जिया है। यह वह समाज है जहां हर पुरुष मर्यादा पुरुषोत्तम राम और स्त्री जगत जननी माता सिया है।