उन्होंने मुझे देना चाहा नव वर्ष की शुभ कामनाओं के साथ एक आकर्षक कैलेंडर परंतु मैंने शुभ कामनाओं को अपने पास संभाल कर रख लिया और कैलेंडर विनम्रता से लौटा दिया। वज़ह छोटी व साफ़ थी कि कैलेंडर पर आराध्य प्रभु की छवि अंकित थी। साल ख़त्म हुआ नहीं कि कैलेंडर अनुपयोगी हुआ। वह शीघ्र अतिशीघ्र कूड़े कचरे के हवाले हुआ। यह संभव नहीं कि उसे फ्रेम करवा कर संभाला जाए। फिर क्यों जाने अनजाने अपने आराध्य देवियों और देवताओं का अपमान किया जाए ? अच्छा रहेगा कि कैलेंडरों पर धार्मिक और आस्था के स्मृति चिन्हों को प्रकाशित न किया जाए। उन पर रंगीन पेड़ पौधे,पुष्प,पक्षी,पशु और बहुत कुछ सार्थकता से भरपूर जीवन धारा को इंगित करता मनमोहक दृश्वावलियों को छापा जाए। जो जीवन की सार्थकता का अहसास करवाए , मन में मतवातर प्रसन्नता के भावों को जगाए । १६/०१/२०२५.