सबसे मुश्किल है , सभी से बना कर रखना। सबसे आसान है , समूह से दूर रखकर , खुद को अकेले करना। सबसे महत्वपूर्ण है , लगातार पड़ते व्यवधानों के बावजूद संवाद स्थापना की दिशा में आगे बढ़ना। इसके लिए अपनी लड़ाई आप लड़ना। इस सब से अपनी हार की आशंका को निज से दूर रखना। इन सब से अपरिहार्य है जीवन में हरदम मुस्कुराते रहना , आलोचना और डांट को खुशी खुशी सहने के लिए अपने भीतर हिम्मत और साहस जुटाना। डांट डपट आलोचना को जीवन का भोजन समझते हुए अपना हाजमा दुरुस्त बनाना।
इस जीवन में सबसे मुश्किल है खुद को बगैर लक्ष्य के ज़िन्दा रख पाना। सबसे आसान है स्वयं को भूलकर जीवन की आरामगाह में रहना, निज को सुरक्षित रखना, कुछ भी करने से बचना। सबसे अपरिहार्य है सबको अपनी मौजूदगी का बराबर अहसास करवाते रहना। अपने घर परिवार और समाज के हितों के रक्षार्थ अपने सर्वस्व को समर्पित कर पाना। अतः सबके लिए अपरिहार्य है अपने भीतर की यात्रा करते हुए सब्र के अमृत कलश को ढूंढते रहना। असंतोष की अग्नि को अपने तन और मन से दूर रख पाना, ताकि आदमी भूल पाएं जीवन में डरते हुए मरना, इस अनमोल जीवन को व्यर्थ कर जाना। इन सबसे महत्वपूर्ण है सभी का सकारात्मक सोच को वर पाना। २८/०५/२००५.