झूठ बोलने से पहले थोड़ा थूक गटक गया तो क्या बुरा किया ? कम से कम मैं एक क्षण के लिए सच को तो जिया।
यह अलग बात रही-- जिसके खिलाफ अपने इस सच का पैंतरा फैंका था , वह अपनी अक्लमंदी से बरी हुआ, मुझे अक्लबंद सिद्ध कर विजयी रहा।
सच्ची झूठी इस दुनिया में आते हैं बेहिसाब उतार चढ़ाव आदमी रखे एक अहम हिसाब-- किस राह पर है समय का बहाव ? जिसने यह सीख लिया उसने जीवन की सार्थकता को समझ लिया। उसने ही जीवन को भरपूर शिद्दत से जिया। और इस जीवन घट में आनंद भर लिया। १६/०६/२०१७.