क्या दुनिया में झूठ का वर्चस्व कायम हो गया है ? परन्तु सच तो आदमी का सुरक्षा कवच है , कोई विरला ही इस पर भरोसा करता है।
तुम सदैव सच पर भरोसा करोगे तो यकीनन जीवन में शांतिपूर्वक जीओगे। अतः आज से ही तुम झूठ बोलने से गुरेज करोगे, जीवन में शुचिता वरोगे।
बेशक! आज ही तुम अपने भीतर दुनिया भर का दुःख दर्द समेट लो।
सच की उम्र लंबी होती है। झूठे की चोरी सीनाज़ोरी थोड़े समय तक ही चलती है, क्यों कि ज़िन्दगी अपनी जड़ों से जुड़कर ही आगे यात्रा पथ पर अग्रसर होती है। यह कभी भी खोटे सिक्कों के सम्मुख समर्पण नहीं करती है। १८/०१/२०१७.