ये जोड़ी भी अजब गजब है आजकल पिता जी कई बार डांट लगाते हैं मोबाइल हाथ में देख घुड़की लगाते हैं सुनना तो कम हो गया दिखना भी कम हो जाएगा ये नालायक समझ नहीं पाएगा।
कुछ देर बाद ही खाने को पकड़ाते हैं फिर दोनों चाय की चुस्कियों पर दुनिया भर की राजनीति पर गरमाते हैं किस देश में क्या हलचल है इनको सब खबर है।
कभी एक पल उलझते हैं तो दूसरे पल सुलझते हैं एक दूसरे के हमदर्द बनें रहते हैं।
इन सब में एक बात सुकून भरी है दोनों डांट और नाराजगी के पीछे छिपे सद्भाव को समझते हैं।